Jharkhand News: झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन के बाद पूरे राज्य में शोक की लहर है। इसी कड़ी में रविवार को जमशेदपुर के साकची स्थित कैंप कार्यालय में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता, समर्थक और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
सभा की शुरुआत कैंप कार्यालय के कर्मचारियों ने मंत्री रामदास सोरेन के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर की। सभी ने मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को याद किया। रामदास सोरेन को एक सरल, मिलनसार और जनता के लिए हमेशा उपलब्ध रहने वाले नेता के रूप में याद किया गया।
इस श्रद्धांजलि सभा में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के सिली विधायक अमित महतो, पूर्व विधायक कुणाल षड़ंगी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। इसके अलावा बड़ी संख्या में झामुमो कार्यकर्ताओं ने भी पहुंचकर अपने प्रिय नेता को नमन किया। सभा में उपस्थित नेताओं ने कहा कि रामदास सोरेन का जाना न केवल पार्टी बल्कि पूरे राज्य की अपूरणीय क्षति है।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने यह भी कहा कि रामदास सोरेन ने हमेशा गरीबों, दलितों, वंचितों और विद्यार्थियों के हितों के लिए संघर्ष किया। शिक्षा मंत्री के रूप में उनका कार्यकाल बेहद सराहनीय रहा और उन्होंने राज्य में शैक्षणिक ढांचे को मजबूत करने के लिए कई योजनाओं पर काम किया।
सभा में मौजूद लोगों ने संकल्प लिया कि रामदास सोरेन के अधूरे कार्यों और उनकी सोच को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे।
श्रद्धांजलि सभा के अंत में सभी ने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और दो मिनट का मौन रखा। इस प्रकार जमशेदपुर के साकची कैंप कार्यालय में आयोजित यह श्रद्धांजलि सभा गमगीन माहौल में संपन्न हुई, जहां हर किसी की आंखें नम थीं और दिलों में एक ही भाव था "रामदास सोरेन अमर रहें"।