सरायकेला-खरसावां जिले में रविवार को मां मनसा की पूजा पूरे उत्साह और धार्मिक आस्था के साथ मनाई गई। जिले के विभिन्न गांवों, कस्बों और शहरी क्षेत्रों में भक्तों ने श्रद्धाभाव से मां मनसा की प्रतिमाएं स्थापित कीं और दिनभर पूजा-अर्चना की। चारों ओर भक्ति और उत्सव का माहौल रहा।
मां मनसा पूजा इस इलाके के प्रमुख त्योहारों में गिनी जाती है, खासकर ग्रामीण अंचलों में इसका महत्व और भी अधिक है। ग्रामीण क्षेत्रों के लोग खेत-खलिहान, नदी-नाला, तालाब और पोखरों से जुड़े रहते हैं। मान्यता है कि मां मनसा की उपासना करने से विषैले जीव-जंतुओं, विशेषकर सांपों से सुरक्षा मिलती है।
पूजा का विशेष महत्व यह भी है कि श्रद्धालु अपने परिवार की सुख-समृद्धि और क्षेत्र की खुशहाली की कामना करते हैं। महिलाएं और पुरुष इस दिन उपवास रखते हैं। शाम को दांडी यात्रा निकाली जाती है जिसमें श्रद्धालु गीत-भजन गाते हुए शामिल होते हैं।
इस अवसर पर श्रद्धालु स्थानीय तालाबों और नदियों से कलश में जल भरकर शोभायात्रा के रूप में माता के मंदिर तक जाते हैं और वहां जल अर्पित कर पूजा करते हैं। जगह-जगह भक्ति गीत, ढोल-नगाड़े और लोक संगीत की गूंज से वातावरण पूरी तरह धार्मिक रंग में रंग गया।