हजारीबाग जिला पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए टीपीसी के नाम पर बड़ी घटना को अंजाम देने वाले सात अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। इन अपराधियों ने 24 मई के दिन चरही थाना क्षेत्र के नॉर्थ तापिन में सीसीएल की आउटसोर्सिंग कंपनी आरकेएस सीपीएल के छह वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। अपराधियों ने पेट्रोल छिड़क कर तीन हाईवा और तीन पोकलेन को जलाया था।
इस घटना के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच टीम गठित की थी। बीते 9 सितंबर की रात पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि तापिन मोड़ के जंगल में कुछ अपराधी इकट्ठा होकर फिर से बड़ी घटना की योजना बना रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने छापेमारी की और मौके से सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार अपराधियों में इमदाद रजा, सचिन कुमार रविदास, अफसर वारिस, छोटन कुमार रविदास, साहिल रजा, गणेश यादव और सुनील कुमार दास शामिल हैं। पूछताछ के दौरान सभी ने वाहनों को जलाने की घटना कबूल ली। अपराधियों ने यह भी माना कि इसी साल फरवरी में चलिया टॉड जंगल में तीन ट्रैक्टरों को आग लगाने की वारदात भी उन्होंने ही की थी।
पुलिस ने इनके पास से आठ जिंदा गोलियाँ, तीन चाकू, टीपीसी सदस्य गुरुदेव का सात नक्सली पर्चे, एक बोलेरो नियो गाड़ी और छह मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। बोलेरो के डैशबोर्ड से 22 लेटरपैड भी मिले, जिन पर टीपीसी संगठन का नाम लिखा था।
हजारीबाग पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन ने बताया कि ये अपराधी प्रतिबंधित संगठन टीपीसी के नाम पर अपराध की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। सीसीएल कंपनी में घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों का मुख्य सरगना इमदाद रजा है। इमदाद रजा सीसीएल कंपनी में ही ड्राइवर का काम करता था और वहीं से उसने इस घटना को अंजाम दिया है। उन्होंने सभी कंपनियों से आग्रह किया कि अगर कोई भी लेवी के लिए फोन या मैसेज प्राप्त होता है तो तत्काल पुलिस को सूचित करें और जिस किसी को भी नौकरी पर रखा जा रहा है उसका पुलिस वेरिफिकेशन अवश्य करवाएं।