Ghatshila: आगामी घाटशिला विधानसभा चुनाव से पहले आजसू पार्टी (AJSU) ने सत्ताधारी दल पर तीखा हमला किया है। आजसू के केंद्रीय महासचिव संजय मेहता ने एक पत्रकार वार्ता में कहा कि वर्तमान सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है और उसने जनता के साथ वादाखिलाफी की है, इसलिए सत्ताधारी दल को घाटशिला में वोट मांगने का नैतिक अधिकार नहीं है।
प्रमुख आरोप और सवाल
संजय मेहता ने सरकार को घेरते हुए कई महत्त्वपूर्ण प्रश्न उठाए चुनावी वादे, 5 लाख नौकरियों और बेरोजगारी भत्ते का क्या हुआ? नीतिगत विफलता नियोजन नीति और स्थानीय नीति कब लागू की जाएगी नियुक्तियां शिक्षकों के लगभग 26,000 खाली पदों और राज्य के अन्य सरकारी पदों पर नियुक्ति क्यों नहीं हो रही है भ्रष्टाचार मैया योजना के नाम पर लूट खसोट कब तक चलेगी निकाय चुनाव हाईकोर्ट की फटकार के बाद ही नगर निकाय चुनाव की सुध क्यों ली गई? मेहता ने इन सभी मुद्दों पर सरकार को "निकम्मा" साबित करते हुए घाटशिला की जनता से अपील की कि वे सत्ताधारी लोगों से सवाल करें और एनडीए प्रत्याशी बाबूलाल को जिताने के लिए अपने विवेक से मतदान करें।
झारखंड लूट खसोट पार्टी और अराजकता का आरोप
झारखंड लूट खसोट पार्टी और अराजकता का आरोप संजय मेहता ने एक व्यक्ति को, जिसका नाम संक्षिप्त में जेएलकेएम बताया गया है, उसे "झारखंड लूट खसोट पार्टी" का हिस्सा बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ताधारी दल ने इस व्यक्ति को "अपना दामाद बनाकर" राज्य में अराजकता फैलाने की खुली छूट दे रखी है।
16 आपराधिक मामले दर्ज हैं
मेहता ने दावा किया कि इस व्यक्ति पर राज्य के विभिन्न थानों में जमीन कब्जाने, दंगा फैलाने, रंगदारी मांगने, और जातीय उन्माद फैलाने जैसे लगभग 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने सत्ताधारी दल के मुखिया से सवाल किया कि वे ऐसे व्यक्ति पर कानून का डंडा क्यों नहीं चला रहे हैं, जो पूरे राज्य में घूमकर जमीन कब्जाने और लोगों से मारपीट कर क्षेत्र को अशांत करने का प्रयास कर रहा है। आजसू ने जनता से ऐसे बहुरूपियों को पहचानने की अपील की, जिनका एकमात्र कार्य एनडीए प्रत्याशी को परेशान करना और भोली-भाली जनता को दिग्भ्रमित करना है।