Bihar News: जमुई जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत अचहरी गांव के रहने वाले मजदूर टेनी मांझी के बैंक खाते में 3 दिन पहले अचानक उसके बैंक खाते में 10 खरब एक करोड़ 35 लाख 6000 रुपए अचानक आ गया।                    
                    
                    
                                    
                                                
                                
                                
                                
                                
                                          
  
 
                                     
                                                            
                                     
                
           
       इस बात की जानकारी मंगलवार की सुबह उसे उस वक्त हुई जब वह पे फोन पर बैलेंस चेक किया तो रुपए देखकर वह अचंभित हो गया। रुपए निकालने की कोशिश किया तो पता चला कि उसके बैंक खाते को फ्रीज कर दिया गया।
 बता दे कि मजदूर टेनी जमुई जिले के आचार्यडीह का रहने वाला है। लेकिन वह राजस्थान के जयपुर में मजदूरी करता है। इधर पूरे मामले की सच्चाई का पता लगाने जब उसके गांव अचहरी पहुंचे। जहां टेनी मांझी के पिता कालेश्वर मांझी ने बताया कि उनका बेटा पहले मुंबई में मजदूरी करता था और उसी दौरान कोटक महिंद्रा बैंक में खाता खुलवाया था।
 वर्तमान में वह जयपुर में रहकर पलंबरी का काम करता है। कालेश्वर मांझी ने बताया कि तीन दिन पहले तबीयत खराब होने के कारण उन्होंने बेटे से इलाज के लिए पैसे मांगे थे, लेकिन जब पैसा नहीं आया तो खाते की जांच की गई। तभी यह चौंकाने वाली जानकारी मिली कि खाते में खरबों रुपये जमा हो गए हैं।       
       
      
  
हालांकि खाते में भारी-भरकम रकम आते ही बैंक ने सुरक्षा कारणों से खाते को होल्ड कर दिया है। कालेश्वर मांझी का कहना है कि उन्हें इस पैसे से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने साफ कहा— “पैसा जिनका भी है, उन्हें वापस मिल जाए, लेकिन मुझे प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ जरूर मिलना चाहिए, जो आज तक मुझे नहीं मिला है।”
मज़दूर टेनी मांझी के छह बच्चे हैं और उनके पिता कालेश्वर मांझी के भी छह बच्चे हैं। पूरे परिवार का भरण-पोषण टेनी मांझी अपनी मजदूरी से ही करते हैं। कालेश्वर मांझी ने भावुक होकर कहा कि मजदूरी करके इतना बड़ा अमाउंट कभी भी नहीं कमा सकते।
इस घटना के बाद गांव में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं और लोग इसे “ईमानदारी की मिसाल” बताते हुए टेनी मांझी की गरीबी और संघर्ष का जिक्र कर रहे हैं।