बी.आर. गवई का कार्यकाल 23 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा
केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर इस नियुक्ति की घोषणा कर दी है। वर्तमान मुख्य न्यायाधीश जस्टिस बी.आर. गवई का कार्यकाल 23 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है, जिसके बाद जस्टिस सूर्यकांत न्यायपालिका की कमान संभालेंगे। वह लगभग 14-15 महीनों तक इस शीर्ष पद पर रहेंगे और 9 फरवरी 2027 को सेवानिवृत्त होंगे।
जस्टिस सूर्यकांत अपने न्यायिक कौशल
जस्टिस सूर्यकांत अपने न्यायिक कौशल, संवैधानिक समझ और जनहित से जुड़े निडर फैसलों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत हरियाणा के हिसार जिले के एक छोटे से गाँव से की और पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में सबसे युवा एडवोकेट जनरल भी रहे। हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य करने के बाद, वे 2019 में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश बने।
जस्टिस सूर्यकांत की यह नियुक्ति भारतीय न्याय प्रणाली में एक नया अध्याय
न्यायिक गलियारों में उनके कार्यकाल से न्यायपालिका में पारदर्शिता को और बढ़ावा मिलने और जनहित के महत्वपूर्ण मामलों को नए दृष्टिकोण से देखने की उम्मीद की जा रही है। उन्होंने कई ऐतिहासिक पीठों का हिस्सा रहते हुए महत्वपूर्ण निर्णय दिए हैं।जस्टिस सूर्यकांत की यह नियुक्ति भारतीय न्याय प्रणाली में एक नया अध्याय जोड़ेगी।