• 2025-08-21

Santhali in Indian Parliament: संसद में संथाली भाषा को मिली मान्यता, चंपई सोरेन ने पीएम मोदी का जताया आभार

सरायकेला केंद्र सरकार ने संसद में संथाली भाषा को मान्यता देने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब लोकसभा और राज्यसभा में संथाली भाषा का प्रयोग किया जा सकेगा और इसकी प्रतिलिपि भी उपलब्ध होगी।

इसके लिए अनुवादक की नियुक्ति भी कर दी गई है।झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और सरायकेला के विधायक चंपई सोरेन ने इस निर्णय का स्वागत किया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताया है। उन्होंने कहा कि यह झारखंड के लिए गर्व का विषय है और आदिवासी समाज को सम्मान देने का एक महत्वपूर्ण कदम है।

चंपई सोरेन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी समाज को अलग मंत्रालय के साथ-साथ संसद भवन में संथाली भाषा की ओल चिकी लिपि को मान्यता देकर पूरे राज्यवासियों को सम्मान दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि संसद में संथाली भाषा के अनुवाद के लिए प्रतिनियुक्ति की व्यवस्था होना एक ऐतिहासिक कदम है।

इसके अलावा, चंपई सोरेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस के संबोधन की भी सराहना की, जिसमें उन्होंने आदिवासियों की जमीन पर अवैध कब्जा और घुसपैठियों द्वारा डेमोग्राफी बदलने की समस्या को गंभीरता से उठाया था। उन्होंने कहा कि यह आदिवासियों के हितों की रक्षा की भावना को दर्शाता है और एक गौरव का क्षण है।