चांडिल में करम परब का आयोजन झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति द्वारा घोड़नेगी छाता मैदान में किया गया। इस कार्यक्रम में डुमरी विधायक जयराम महतो मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने करम परब की महत्ता पर प्रकाश डाला और कहा कि यह त्योहार सृजन, जीवन और सामूहिकता का प्रतीक है।
जयराम महतो ने झारखंड की संस्कृति और पारंपरिक त्योहारों की अनोखी पहचान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हर झारखंडी को अपनी संस्कृति पर गर्व होना चाहिए। कार्यक्रम में गोपेश महतो ने घोषणा की कि भविष्य में भी करम परब का आयोजन इसी छाता मैदान में धूमधाम से किया जाएगा।
हालांकि, कार्यक्रम में शामिल हुए कई श्रद्धालुओं ने व्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी जताई। उनका कहना था कि बड़े स्तर पर आयोजन होने के बावजूद बुनियादी सुविधाओं का अभाव था। महिलाओं ने भी व्यवस्थाओं पर असंतोष व्यक्त किया। करम परब का आयोजन झारखंड की समृद्ध संस्कृति और परंपरा का प्रतीक है। इस तरह के आयोजनों से लोगों में एकता और सामूहिकता की भावना मजबूत होती है।