Jamshedpur Accident: जमशेदपुर में एक बड़ा हादसा टल गया, पोटका थाना क्षेत्र के मार्चगोड़ा के पास दो बसें आमने-सामने ओवरटेक की जिद में भिड़ गईं। दोनों बसों में करीब दो सौ मजदूर सवार थे। हादसा इतना भयावह था कि कुछ सेकंड के लिए लोगों की सांसें थम गईं। हालांकि, ड्राइवर की सूझबूझ से एक बड़ी दुर्घटना टल गई।                    
                    
                    
                                    
                                    
                                                
                                
                                
                                
                                
                                          
  
 
                                     
                                                            
                                     
                
           
              
       
ये तस्वीरें पोटका थाना क्षेत्र के  मार्चगोड़ा की है, जहां नैन मणि बस ने कालिकापुर से जमशेदपुर जा रही मजदूरों से भरी बस को ओवरटेक करने की कोशिश की। इस दौरान दोनों बसें रगड़ते हुए आगे बढ़ीं और कालिकापुर की बस अनबैलेंस हो गई।
गनीमत रही कि ड्राइवर ने तुरंत ब्रेक लगाकर बस को पलटने से बचा लिया, नहीं तो दर्जनों मजदूरों की जान जा सकती थी।
हादसे के बाद नैन मणि बस ड्राइवर ने खुद ही सुंदरनगर थाना गेट के पास सड़क जाम कर दिया और कार्रवाई की मांग करने लगा।मौके पर पहुंची सुंदरनगर पुलिस ने समझा-बुझाकर सड़क जाम हटवाया और दोनों बस ड्राइवरों को हिरासत में ले लिया।दोनों बसों में करीब 200 मजदूर सवार थे।जो रोजाना जमशेदपुर में काम करने आते हैं। घटना के बाद मजदूरों के चेहरे पर डर साफ झलक रहा था।
मजदूरों ने कहा कि अगर ड्राइवर ने सूझबूझ नहीं दिखाई होती तो आज उनकी लाशें सड़क पर बिखरी होतीं।फिलहाल पुलिस ने दोनों बस ड्राइवरों को गिरफ्तार कर लिया है और बस को को भी जब्त कर लिया गया,पूरे मामले की जांच की जा रही है। सवाल यही है कि आखिर कब तक ओवरटेक की इस खतरनाक होड़ में यात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ होता रहेगा। नियंत्रण लगाना आवश्यक है।
      
        
  