• 2025-09-03

Jamshedpur Bagbera Workshop: नेचर संस्था के द्वारा छात्राओं के बीच स्वास्थ्य एवं स्वच्छता संबंधित एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित

Jamshedpur: नेचर संस्था के द्वारा महिला विश्वविद्यालय की छात्राओं के बीच स्वास्थ्य एवं स्वच्छता संबंधित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन अनुग्रह नारायण सिंह शिक्षण एवं सेवा संस्थान में कराया गया।  इस कार्यशाला में जिला पार्षद डॉक्टर कविता परमार, बागबेड़ा के सातों पंचायत की स्वास्थ्य सहिया बहन, ANM दीदी, और CHO के साथ साथ जल सहिया भी उपस्थित थीं।


जिला पार्षद सह नेचर की संरक्षक डॉ कविता परमार ने सहिया बहनों के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं और छोटे बच्चों के स्वास्थ्य को ठीक रखने में सहिया बहनों का अहम भूमिका रहता है। हम सभी को इनका सम्मान करना चाहिए इसलिए कि बहुत कम मानदेय के बावजूद बहनें लगन से अपना सहयोग देती हैं। इसके बाद सभी ने अपने विचारों को रखा।


बागबेड़ा की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (Community Health Officer - CHO) ने बताया कि वे लोग सामुदायिक स्तर पर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने वाले एक प्रशिक्षित स्वास्थ्य सेवा पेशेवर होते हैं, जो प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने, स्वास्थ्य शिक्षा को बढ़ावा देने, बीमारियों की रोकथाम करने, सामान्य बीमारियों के उपचार में सहायता करने और स्वास्थ्य सेवाओं व समुदाय के बीच एक कड़ी के रूप में काम करते हैं. वे दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जहाँ वे लोगों के स्वास्थ्य की देखरेख करते हैं और उन्हें स्वास्थ्य संबंधी परामर्श देते हैं।
एएनएम दीदी ने बताया कि समुदाय-आधारित स्वास्थ्य सेवाओं में वें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, जिनके मुख्य कार्यों में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल, टीकाकरण, स्वास्थ्य शिक्षा, प्राथमिक उपचार और सामुदायिक स्वास्थ्य निगरानी शामिल हैं. वे स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन भी करती हैं और सहिया बहन के साथ मिलकर जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में मदद करती हैं।

सहिया बहन ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में सहिया घर-घर जाकर योजनाओं की जानकारी लोगों को देती हैं। जानकारी मिलने से इसका फायदा लोगों को मिलता है। चाहे टीकाकरण अभियान हो या फिर गर्भवती व शिशु का स्वास्थ्य जांच, हर योजना का लाभ सहिया के माध्यम से ही ग्रामीण महिलाओं को मिलता है।
जल सहिया ने बताया कि गांव में ग्रामीणों के साथ बैठक कर साफ-सफाई, जल की व्यवस्था तथा जल स्रोतों के रखरखाव एवं महिलाओं एवं किशोरियों के स्वास्थ्य संबंधित कार्यों की जानकारी देने का काम करती हैं। छात्राओं ने बहुत सारे सवालों के माध्यम से अपनी जानकारी को बढ़ाया।