India Vs Australia: शुभमन गिल की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम ने सिडनी वनडे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार 9 विकेट से जीत दर्ज की, 25 अक्टूबर को खेले गए मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 237 रनों का टारगेट रखा था जिसे भारत ने मात्र 69 गेंद शेष रहते हासिल कर लिया, यह मैच तीन मैचों की वनडे सीरीज का अंतिम मुकाबला था और भारत पहले ही सीरीज हार चुका था.
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर यह भारत की केवल तीसरी ओडीआई जीत रही है और 9 साल बाद यहां भारतीय टीम को जीत मिली है, इससे पहले 23 जनवरी 2016 को भारत ने सिडनी में आखिरी ओडीआई जीती थी, उसके बाद लगातार तीन मैच हारने के बाद यह जीत आई, इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के छह लगातार ओडीआई जीतने का सिलसिला भी टूटा.
भारतीय टीम की जीत में हर्षित राणा की गेंदबाजी ने निर्णायक भूमिका निभाई, ऑस्ट्रेलियाई टीम का स्कोर 33.3 ओवर में चार विकेट पर 183 रन था लेकिन हर्षित ने 8.4 ओवर में सिर्फ 39 रन देकर चार विकेट लिए, अन्य गेंदबाजों कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, वॉशिंगटन सुंदर, प्रसिद्ध कृष्णा और अक्षर पटेल ने भी अहम योगदान दिया.
रोहित शर्मा की आक्रामक बल्लेबाजी ने chase को आसान बना दिया, शुभमन गिल के साथ उन्होंने 69 रनों की ओपनिंग साझेदारी निभाई, गिल आउट होने के बाद रोहित रुके नहीं और नाबाद 121 रन बनाकर टीम की जीत सुनिश्चित की, उनके शॉट्स में 13 चौके और तीन छक्के शामिल थे.
विराट कोहली ने भी दबाव को मात देते हुए नाबाद 74 रन बनाए, रोहित के साथ उनकी 168 रनों की साझेदारी ने ऑस्ट्रेलिया को मुकाबला जीतने का कोई मौका नहीं दिया, भारतीय फील्डिंग भी शानदार रही, श्रेयस अय्यर और कोहली ने महत्वपूर्ण कैच लपककर विपक्षी बल्लेबाजों को रोका, रोहित ने भी दो कैच लपकते हुए अपने ओडीआई करियर में 100 कैच पूरे किए.
ऑस्ट्रेलिया का टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय भी भारत के पक्ष में गया, पिच पर पहले बैटिंग करने के बाद बल्लेबाजी आसान हो गई और भारतीय बल्लेबाजों ने आसानी से लक्ष्य हासिल किया, भारत की यह जीत सिडनी में पिछले नौ वर्षों का सूखा खत्म करने के साथ टीम के आत्मविश्वास को भी बढ़ावा देती है.
हर्षित राणा की तीव्र और सटीक गेंदबाजी, रोहित शर्मा और विराट कोहली की आक्रामक बल्लेबाजी, शानदार फील्डिंग और सही समय पर टॉस का लाभ मिलकर भारत की इस जीत में निर्णायक साबित हुए, यह न केवल सिडनी में लंबा सूखा खत्म करने वाली जीत है बल्कि आने वाले मैचों के लिए टीम की रणनीति और मनोबल को भी मजबूत करती है.