Chandil Big News: झारखंड के चांडिल में शहरबेड़ा छठ घाट पर संध्या अर्घ्य के दौरान एक दुखद हादसा हो गया, जिसने पूरे घाट पर अफरातफरी मचा दी. एक ही परिवार के तीन सदस्य नदी में डूब गए, जिसमें 14 वर्षीय आर्यन यादव की मौत हो गई, जबकि 45 वर्षीय संजय सिंह और 19 वर्षीय प्रतीक कुमार अभी लापता हैं. उनकी तलाश में खोजबीन जारी है.
यह घटना उस समय हुई, जब छठ पर्व के संध्या अर्घ्य के लिए घाट पर भीड़ थी और कई नाबालिग बच्चे नदी में नहा रहे थे. हादसे की खबर फैलते ही घाट पर मौजूद श्रद्धालुओं में हड़कंप मच गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, और आसपास के लोग भी सदमे में हैं. स्थानीय लोगों ने तुरंत प्रशासन को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची.
प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम उठाए और लापता लोगों की तलाश शुरू की. गोताखोरों और बचाव दल की मदद से खोजबीन का काम तेजी से चल रहा है. जिला उपायुक्त नितीश कुमार सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने बचाव कार्यों की निगरानी की और परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया. जानकारी के अनुसार, शहरबेड़ा छठ घाट पर पहले भी इस तरह के हादसे हो चुके हैं, जिसमें लोगों की जान गई है.
यह हादसा छठ जैसे पवित्र पर्व के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की कमी को उजागर करता है. नदी और तालाब जैसे जलाशयों के किनारे आयोजित होने वाले धार्मिक आयोजनों में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा इंतजामों का अभाव बार-बार ऐसी त्रासदियों का कारण बनता है. खासकर नाबालिग बच्चों की निगरानी की कमी इस हादसे में स्पष्ट दिखती है. प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया सराहनीय है, लेकिन यह घटना दर्शाती है कि छठ घाटों पर पहले से सुरक्षा उपायों, जैसे कि गोताखोरों की तैनाती, चेतावनी बोर्ड, और गहरे पानी में बाड़ लगाने की जरूरत है. बार-बार होने वाले ऐसे हादसों से सबक लेते हुए प्रशासन को स्थायी उपाय करने होंगे. साथ ही, लोगों में जलाशयों के खतरों के प्रति जागरूकता फैलाने की भी आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके. यह हादसा सामुदायिक और प्रशासनिक स्तर पर मिलकर सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग करता है.