Chandil Big News: छठ पूजा की रौनक में सोमवार शाम चांडिल के शहरबेड़ा घाट पर स्वर्णरेखा नदी ने तीन जिंदगियां छीन लीं. संध्या अर्घ्य के समय पानी में उतरे श्रद्धालु तेज धारा की चपेट में आ गए और देखते ही देखते गायब हो गए. हादसे ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया और घाट पर कोहराम मच गया. मृतकों में 42 साल के संजय यादव, 19 साल के प्रतीक यादव और 13 साल के आर्यन यादव शामिल हैं, जो आदित्यपुर और डिमना इलाके के रहने वाले थे. स्थानीय गोताखोरों ने पहले ही दिन आर्यन का शव निकाल लिया, लेकिन संजय और प्रतीक की तलाश मंगलवार सुबह तक चलती रही. नदी की गहराई और बहाव ने रेस्क्यू को मुश्किल बना दिया, लेकिन एनडीआरएफ की टीम और गोताखोरों की मेहनत से मंगलवार शाम तक दोनों शव बरामद कर लिए गए.
परिजनों का हाल देखकर किसी का भी दिल पसीज जाए. आर्यन को बचाने की कोशिश में संजय और प्रतीक पानी में कूदे थे, लेकिन तीनों बहाव में फंस गए. सूचना मिलते ही अनुमंडल पदाधिकारी विकास राय और चांडिल थाना प्रभारी दिलशन बिरुआ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. प्रशासन ने सभी घाटों की सुरक्षा की समीक्षा शुरू कर दी है और सख्त निर्देश दिए हैं कि अब सिर्फ चेतावनी से काम नहीं चलेगा. नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई होगी.

यह हादसा घाटों पर सुरक्षा की पोल खोलता है. तेज बहाव वाले इलाके में पूजा की अनुमति देना और भीड़ नियंत्रण न होना बड़ी लापरवाही है. आस्था के नाम पर जान जोखिम में डालना बंद होना चाहिए. यह घटना सबक है कि सुरक्षा को नजरअंदाज करने की कीमत कितनी भारी पड़ती है.