आज दिनांक 12 दिसंबर को प्रयाग कक्ष, तुलसी भवन में अरका जैन विश्वविद्यालय और शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित होने वाली एक दिवसीय पर्यावरणीय संगोष्ठी के संबंध में प्रेस वार्ता आयोजित की गई। प्रेस वार्ता को प्रो. (डॉ.) अंगद तिवारी, प्रो वाइस-चांसलर एवं संयोजक, अरका जैन विश्वविद्यालय; संजय स्वामी, अखिल भारतीय सह संयोजक, पर्यावरण शिक्षा, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास; तथा डॉ. कविता परमार, जमशेदपुर विभाग संयोजिका, शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास सह पर्यावरण शिक्षा प्रांत प्रमुख ने संबोधित किया।
वक्ताओं ने बताया कि 13 दिसंबर 2025 (शनिवार) को अरका जैन विश्वविद्यालय परिसर, गम्हरिया में प्रातः 10:00 बजे से संध्या 5:00 बजे तक “Environmental Future of Jharkhand: Challenges, Conservation & Community Action” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी आयोजित की जाएगी। यह संगोष्ठी झारखंड और कोल्हान क्षेत्र की पर्यावरणीय चुनौतियों, जनजातीय पारंपरिक ज्ञान प्रणाली, जल एवं वन संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण, सामुदायिक सहभागिता और सतत विकास जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित होगी। साथ ही, विभिन्न महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए समानांतर पोस्टर प्रस्तुति सत्र भी आयोजित किया जाएगा।
प्रेस वार्ता के दौरान कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए वक्ताओं ने कहा कि संगोष्ठी का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति व्यापक जनजागरूकता उत्पन्न करना तथा शैक्षणिक और सामुदायिक स्तर पर सार्थक संवाद स्थापित करना है। प्रेस वार्ता में कई सम्मानित सदस्य भी उपस्थित थे, जिनमें डॉ. कमलेश कुमार कमलेंदु, डॉ. श्वेता शर्मा, शिव प्रकाश शर्मा, श्रिमन नारायण त्रिगुण, डॉ. रागिनी भूषण, प्रो. अमर नाथ सिंह, प्रो. नवनीत सिंह, किशोर प्रसाद, मंजू सिंह तथा डॉ. राकेश पाण्डेय शामिल थे। सभी उपस्थित सदस्यों ने संगोष्ठी के आयोजन को सामुदायिक एवं शैक्षणिक स्तर पर एक महत्वपूर्ण पहल बताते हुए इसके सफल होने की कामना की।
अंत में आयोजकों ने मीडिया प्रतिनिधियों से इस महत्वपूर्ण संगोष्ठी की जानकारी व्यापक स्तर पर प्रसारित करने का अनुरोध किया तथा सभी प्रतिभागियों, छात्रों, शिक्षकों, पर्यावरणविदों और समाज के जागरूक नागरिकों को इसमें सम्मिलित होने के लिए आमंत्रित किया।