• 2025-08-02

Jharkhand News: झारखण्ड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप, जानिए पूरी खबर

Jharkhand News: झारखण्ड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष - धीरेन्द्र कुमार राय, महामंत्री विश्वम्भर यादव, उपाध्यक्ष - संतोष कुमार, संयुक्त सचिव वेद प्रकाश शुक्ला, पूर्व संयुक्त सचिव - एस० एन० पाण्डेय, कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रक्षेत्रीय अध्यक्ष - रमेशचंद्र ठाकुर तथा प्रक्षेत्रीय सचिव - चन्दन कुमार, राँची विश्वविद्यालय के प्रक्षेत्रीय सचिव - सुनील कुमार यादव, सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के प्रक्षेत्रीय सचिव - नेतलाल मुर्मू, विनोबा भावे विश्वविद्यालय के - रविदास , जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के अध्यक्ष - गंगाधर नाग, सचिव - सीमा तिर्की, उपाध्यक्ष - चैतन्य शिरोमणि एवं जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के जय किशोर प्रसाद ने एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी कर ACP/MACP मामलें में सरकार पर विश्वविद्यालय कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया। महासंघ ने सरकार से ACP/MACP का लाभ प्रदान करने के सम्बन्ध में अविलम्ब प्रक्रिया प्रारम्भ करने का मांग किया। 



विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारियों को ACP/MACP का लाभ देने के सम्बन्ध में न्यायालय के फैसले के बावजूद उदासीन एवं विरोधी भावना प्रदर्शित करने तथा निराधार तर्कों से कार्य में बाधा पहुंचाने के विरुद्ध, झारखण्ड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ ने कड़ी आपत्ति जताया है। ज्ञात हुआ है कि सरकार के अधिकारी विश्वविद्यालय कर्मचारियों को सरकार के कर्मचारियों के सामान नहीं मानते हैं तथा इसे लागू करने से मना कर रहे हैं। इस सम्बन्ध में बिहार सरकार एवं बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ के बीच हुए समझौते का हवाला देते हुए झारखण्ड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ ने कहा है कि अविभाजित बिहार में हमारा दर्जा सरकारी कर्मचारियों के समान था तो झारखण्ड बनने के बाद परिवर्तित कैसे हो जायेगा।

माननीय सर्वोच्च न्यायालय के न्यायदेशानुसार बिहार के विश्वविद्यालय/महाविद्यालय कर्मचारियों को ACP/MACP का लाभ प्रदान हो रहा है। फिर झारखण्ड के कर्मचारियों को क्यों वंचित किया जा रहा है? झारखण्ड में विश्वविद्यालय कर्मचारियों के वेतनमान एवं अन्य सेवा-शर्तें सरकारी कर्मचारियों के समान है तो केवल लाभ प्रदान करने के लिए न्यायविरुद्ध तर्क क्यों दिए जा रहें हैं।

झारखण्ड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ ने सरकार से ACP/MACP का लाभ प्रदान करने के सम्बन्ध में अविलम्ब प्रक्रिया प्रारम्भ करने का मांग की तथा नकारात्मक स्थिति में सीधे आंदोलन में कूदने पर विचार करने की भी बात कही।