Jamshedpur News: शहर की साहित्यिक संस्था उर्दू भवन, जमशेदपुर" के तत्वाधान में एक भव्य साहित्यिक कार्यक्रम मदीना गार्डन, ओल्ड पुरुलिया रोड के सभागार में आयोजित हुआ जिसमें शहर और शहर के बाहर के उर्दू साहित्य प्रेमी बड़ी संख्या में शामिल हुए। कार्यक्रम पुस्तक विमोचन समारोह के नाम से था जिसमें सऊदी अरब में रह रही उर्दू की प्रसिद्ध शायरा नूर जमशेदपुरी के शेरी मजमुआ " खामोश लम्हों का सफर " की रस्में रुनुमाई अदा की गई।                     
                    
                    
                                    
                                    
                                                
                                
                                
                                
                                
                                          
  
 
                                     
                                                            
                                     
                
           
              
       
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ मोहम्मद जकरिया (डायरेक्टर एजुकेशन करीम्स ट्रस्ट जमशेदपुर) ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में नितिश्वर कॉलेज मुजफ्फरपुर के उर्दू के प्राध्यापक डॉ कामरान गनी सभा उपस्थित हुए।
कार्यक्रम के आरंभ में स्वर्गीय दिशोम गुरु शिबू सोरेन, पूर्व शिक्षा मंत्री स्वर्गीय रामदास सोरेन एवं सैयद अहमद शमीम को श्रद्धांजलि दी गई और उनकी आत्माओं की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया।
उर्दू भवन के अध्यक्ष डॉ हसन इमाम मल्लिक ने सभा में उपस्थित अतिथियों एवं साहित्य प्रेमियों का स्वागत किया। उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए उर्दू के पक्ष में फैसले का जिक्र करते हुए उर्दू साहित्य के महत्व पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए कहा की उर्दू भाषा एवं साहित्य हमारे देश की सभ्यता एवं संस्कृति की पहचान है हमें इसके विकास और प्रचलन के लिए काम करना चाहिए।
नूर जमशेदपुरी की पुस्तक खामोश लम्हों का सफर का विमोचन अध्यक्ष एवं अतिथियों के हाथों किया गया। पुस्तक पर साहित्यकार अहमद बद्र एवं असलम बद्र के अलावा कहानीकार अख्तर आजाद ने अपने अपने विचार रखें। संस्था के जनरल सेक्रेटरी प्रो गौहर अजीज ने कार्यक्रम का संचालन किया और उर्दू भवन की पिछली उपलब्धियां पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला। 
कार्यक्रम के दूसरे भाग में मुशायरा आयोजित हुआ जिसमें असलम बद्र, अहमद बद्र, महताब अनवर, गौहर अजीज, रिजवान औरंगाबादी, असर भागलपुरी, इकबाल असलम, सद्दाम गनी, फरहान खान फरहान, सकलेन मुश्तक और मेहमान शायर कामरान गनी सबा ने अपनी गजलें प्रस्तुत कीं। लेखिका के पति अब्दुल गफ्फार खान ने धन्यवाद ज्ञापन किया। सभा में मुख्य रूप से अर्बन सर्विसेस टाटा स्टील की पूर्व सीनियर मैनेजर गुरुबरी हेंब्रम के अलावा हिना महतो (टाटा स्टील) की उपस्थिति विशेष रही। कार्यक्रम के आयोजन में उर्दू भवन के कोषाध्यक्ष सैयद साजिद परवेज एवं मदीना गार्डन के निर्देशक उस्मान बाबू का विशेष योगदान रहा।