• 2025-08-20

Dhanbad News: जमीन की हेराफेरी करने वालों के खिलाफ डीसी की बड़ी कार्रवाई, अंचल अधिकारी को दिया एफआईआर का निर्देश

Dhanbad News: धनबाद जमीन की हेराफेरी करने वाले के खिलाफ धनबाद उपायुक्त ने बड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है, भेलाटांड़ मौजा में खाता बदल कर सरकारी जमीन की हेराफेरी करने के मामले में डीसी ने गोविंदपुर अंचल अधिकारी को तत्काल एफआईआर करने का निर्देश दिया है।

यह कार्रवाई धनबाद में जमीन की हेराफेरी करने वालों के खिलाफ बड़ा कदम है, डीसी ने कहा कि सरकारी जमीन का गैर इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

भेलाटांड़ मौजा में 4.10 एकड़ सरकारी जमीन के फर्जीवाड़े के मामले में टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो की शिकायत के बाद डीसी के आदेश पर शुरू हुई जांच के बाद यह कार्रवाई की गई है।

भेलाटांड़ मौजा के गैर-आबाद खाता संख्या 271, प्लॉट संख्या 220 को फर्जी तरीके से खाता संख्या 273, प्लॉट संख्या 220 में परिवर्तित कर किए गए घोटाले के खिलाफ तत्काल और सख्त कदम उठाने का आदेश दिया है।

 फर्जी खतियानधारी अमर चंद्र गोराई (पिता: प्रफुल्ल गोराई), पावर ऑफ अटॉर्नी देने वाले बलराम गोराई, और पावर ऑफ अटॉर्नी होल्डर राजीव रंजन उर्फ रवि यादव के खिलाफ संबंधित थाने में 24 घंटे के अंदर प्राथमिकी दर्ज कर प्रतिवेदन सौंपने का निर्देश दिया गया है ।

उक्त भू-खंड पर खरीद-बिक्री पर तुरंत रोक लगाई जाए, शेष बचे भू-खंडों को प्रशासन के कब्जे में लेते हुए (नेशनल जेनेरिक डॉक्यूमेंट रजिस्ट्रेशन सिस्टम) की प्रतिबंधित सूची में प्रविष्टि के लिए 24 घंटे के अंदर प्रस्ताव देना सुनिश्चित करें।

 अब तक किए गए 38 दाखिल-खारिज वादों को रद्द करने के लिए भूमि सुधार उपसमाहर्ता के न्यायालय में तत्काल अपील दायर की जाए. साथ ही, इस भू-खंड से संबंधित 66 निबंधित दलीलों को रद्द करने के लिए अवर निबंधक से डीड की सच्ची प्रमाणित प्रतिलिपि प्राप्त कर सक्षम न्यायालय में एक सप्ताह के अंदर अपील दायर की जाए।

 खाता संख्या 273 के डिजिटाइजेशन, दाखिल-खारिज, जमाबंदी कायम करने, और भू-स्वामित्व प्रमाण-पत्र जारी करने वाले पदाधिकारियों व कर्मचारियों को चिह्नित कर उनके नाम, पदनाम, और वेतनमान सहित विस्तृत प्रतिवेदन तीन दिनों के अंदर जमा करने का आदेश दिया गया है।

धनबाद उपायुक्त को शिकायत मिली थी कि भेलाटांड़ मौजा, गोविंदपुर अंचल अंतर्गत खाता संख्या 271, प्लॉट संख्या 220 की 4.10 एकड़ सरकारी जमीन को फर्जी तरीके से खाता संख्या 273 में बदलकर राजीव रंजन उर्फ रवि यादव द्वारा सैकड़ों लोगों को बेचा गया।

इस घोटाले में 66 दलीलों का निबंधन और 38 दाखिल-खारिज किए गए, जिससे आम लोगों के साथ ठगी और सरकारी राजस्व को भारी नुकसान हुआ. अनुमंडल पदाधिकारी राजेश कुमार की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि बंदोबस्त कार्यालय में खाता संख्या 273 का कोई रिकॉर्ड नहीं है, और यह जमीन सरकारी है।

एसडीओ की रिपोर्ट के अनुसार, खाता संख्या 273, प्लॉट संख्या 220, जिसका रकबा 4.10 एकड़ है, फर्जी तरीके से अमर चंद्र गोराई के नाम पर ऑनलाइन दर्ज किया गया।

गोविंदपुर के अवर निबंधक और अंचल अधिकारी की रिपोर्ट में सामने आया कि 13 फरवरी 2021 के बाद इस खाता संख्या के तहत 66 दलीलों का निबंधन और 38 दाखिल-खारिज किए गए. यह भी पता चला कि उक्त जमीन पर चार मकान, प्लॉटिंग के लिए चारदीवारी, और कुछ हिस्सा परती जमीन मौजूद है।