सूत्रों के अनुसार, आधे घंटे से अधिक चली कानूनी औपचारिकताओं के बाद मयंक सिंह को बाकू से फ्लाइट के जरिए दिल्ली लाया गया और फिर वहां से रांची। यहां पहुंचने के बाद एटीएस टीम ने उसे कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्यालय ले जाकर प्रारंभिक पूछताछ की और फिर बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में रखा गया। आज उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।       
       
      
  
झारखंड एटीएस के पुलिस अधीक्षक (एसपी) ऋषव कुमार झा के नेतृत्व में यह प्रत्यर्पण प्रक्रिया पूरी हुई। झा ने रांची एयरपोर्ट पर बताया कि झारखंड पुलिस के इतिहास में यह पहला सफल प्रत्यर्पण है। उन्होंने कहा, “यह राज्य पुलिस की बड़ी उपलब्धि है। हमें उम्मीद है कि विदेशों में शरण लिए बाकी अपराधियों को भी जल्द ही प्रत्यर्पण या निर्वासन के जरिए वापस लाया जाएगा।”
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा झारखंड, राजस्थान और पंजाब समेत कई राज्यों में दर्ज 50 से अधिक मामलों में वांछित है। वह कुख्यात अमन साहू गिरोह का सदस्य बताया जाता है और राजस्थान के गैंगस्टरों के साथ उसके गहरे संपर्क रहे हैं।
एटीएस का कहना है कि कोर्ट में पेश करने के बाद मयंक सिंह की पुलिस हिरासत मांगी जाएगी ताकि उससे विस्तृत पूछताछ कर उसके आपराधिक नेटवर्क की परतें खोली जा सकें।