रामगढ़ जिले के सीसीएल अरगड्डा एरिया अंतर्गत गिद्दी सी रोड सेल में कार्यरत मजदूरों ने वेतन भुगतान नहीं होने और मैनुअल लोडिंग की मांग को लेकर सोमवार को जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने ट्रांसपोर्टिंग कार्य पूरी तरह ठप कर दिया और चेतावनी दी कि जब तक मैनुअल लोडिंग बहाल नहीं की जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
ग्रामीण मजदूरों का कहना है कि पिछले 40 वर्षों से करीब 5 हजार ग्रामीण रोजगार से जुड़े हुए हैं। इन्हें विस्थापित प्रभावित रैयत के तौर पर स्थानीय रोजगार देने का आश्वासन दिया गया था। मजदूरों का आरोप है कि सीसीएल प्रबंधन, लिफ्टर और बिचौलियों की मिलीभगत से उन्हें काम से बाहर करने की साजिश रची जा रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि कई महीनों से कोयला लोडिंग का कार्य पोकलेन और जेसीबी मशीनों से कराया जा रहा है, जिससे मजदूरों को न तो काम मिल रहा है और न ही वेतन। जबकि मजदूर अब भी कोयले से पत्थर चुनकर हटाते हैं और चूरा किनारे करते हैं, लेकिन उसके बावजूद उन्हें गाड़ी भरने के नाम पर केवल 3,500 रुपये दिए जाते हैं।
मजदूरों ने यह भी आरोप लगाया कि प्रति गाड़ी 8 से 9 हजार रुपये निकाले जाते हैं, लेकिन उसका बड़ा हिस्सा बिचौलियों और लिफ्टरों के बीच बंट जाता है। मजदूरों का कहना है कि लिफ्टर समीम लगातार भ्रष्टाचार और मनमानी कर रहा है, जबकि हाल ही में इसी रोड सेल से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में सीबीआई ने 7 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि जब तक मैनुअल लोडिंग बहाल नहीं की जाएगी और मजदूरों को नियमित वेतन नहीं मिलेगा, तब तक विरोध प्रदर्शन और चक्का जाम जारी रहेगा।