Jamshedpur Crime News: जमशेदपुर में एक बार फिर गोलियों की आवाज से सन्नाटा टूटा है. शुक्रवार देर शाम गोलमुरी थाना क्षेत्र के टूइलाडूंगरी में व्यापारी रवि खेड़ा उर्फ रविंदर सिंह के घर पर फायरिंग की घटना से इलाके में हड़कंप मच गया. फायरिंग के मुख्य आरोपी रिंकू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने रिंकू की निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल किया गया हथियार भी बरामद कर लिया है.                    
                    
                    
                                    
                                    
                                                
                                
                                
                                
                                
                                          
  
 
                                     
                                                            
                                     
                
           
              
       घटना की जांच में जुटी पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उस रात सागर को गोली किसने मारी थी. शुक्रवार शाम रिंकू अपने साथी सागर के साथ रवि खेड़ा के घर पहुंचा था. दोनों घर के अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे. जैसे ही रवि के भाई ने उन्हें रोकने की कोशिश की, दोनों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी. इलाके में अफरा-तफरी मच गई और लोग जान बचाने के लिए भागने लगे.
हालांकि सौभाग्य से किसी को गोली नहीं लगी, लेकिन गोलियों की आवाज ने पूरे मोहल्ले को दहशत में डाल दिया. घटना के कुछ समय बाद सागर को घायल अवस्था में टीएमएच अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल पहुंचते ही सागर ने उल्टा आरोप लगाया कि उसी रवि खेड़ा ने उसे गोली मारी है. लेकिन जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो मामला कुछ और ही निकला.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, फायरिंग के समय रिंकू मौके से फरार हो गया था, जबकि सागर घायल होकर गिर पड़ा. उसी वक्त भ्रम की स्थिति में सागर ने रवि पर आरोप लगा दिया. पुलिस ने जब रवि को थाने बुलाकर पूछताछ की तो उसके बयान और घटनास्थल के सबूतों से यह साफ हो गया कि रवि ने सागर को गोली नहीं मारी थी. उल्टा मामला यह निकला कि रवि के घर पर हमला करने पहुंचे दोनों बदमाशों में खुद के बीच झड़प के दौरान गोली चली.
घटना के बाद से गोलमुरी और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है. लोगों का कहना है कि बीते कुछ दिनों से शहर में फायरिंग की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं. अपराधी खुलेआम हथियार लेकर घूम रहे हैं और पुलिस केवल बाद में कार्रवाई करती दिख रही है.
जमशेदपुर में जिस तरह छोटी-छोटी रंजिशें अब गोलियों में तब्दील हो रही हैं, वह शहर की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाता है. हर कुछ दिनों में हो रही फायरिंग की घटनाएं यह दर्शा रही हैं कि अपराधियों को न तो पुलिस का डर है, न प्रशासन का. राजनीतिक हलचल और त्योहारों के बीच अपराधियों को कानून की परवाह नहीं रह गई है. अगर समय रहते पुलिस ने इस तरह के गैंग और अपराधी नेटवर्क पर नकेल नहीं कसी, तो शहर फिर से पुराने अपराधी दौर की ओर लौट सकता है.