Sports News: झारखंड में आयोजित राज्य स्तरीय टेबल टेनिस चैंपियनशिप का समापन उत्साह और जोश से भरे माहौल में हुआ. प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दर्शकों को कई रोमांचक पल दिए. पूर्वी सिंहभूम की खिलाड़ियों का दबदबा पूरे टूर्नामेंट में देखने को मिला, वहीं गढ़वा के दो भाइयों के बीच हुआ फाइनल मुकाबला इस प्रतियोगिता का मुख्य आकर्षण बन गया.
अंडर-19 बालिका वर्ग में पूर्वी सिंहभूम की अर्चिता डे ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए धनबाद की सृजनी चटर्जी को सीधे सेटों में 4-0 से हराया. मैच के स्कोर 11:5, 11:4, 11:9 और 12:10 रहे. अर्चिता की जीत ने एक बार फिर साबित किया कि उनकी फिटनेस, तकनीक और आत्मविश्वास का स्तर उन्हें बाकी खिलाड़ियों से अलग बनाता है.
बालक वर्ग के फाइनल में गढ़वा के सगे भाई अनिल कुमार मेहता और नीतीश कुमार मेहता आमने-सामने थे. दोनों के बीच हुआ मुकाबला दर्शकों के लिए किसी थ्रिलर से कम नहीं था. सात सेट तक चले इस संघर्ष में अंततः अनिल ने नीतीश को 4-3 से मात दी. स्कोर रहा 11:8, 11:8, 8:11, 8:11, 9:11, 11:6 और 11:6. मैच के दौरान दोनों भाइयों के बीच खेल भावना और प्रतिस्पर्धा का शानदार संतुलन देखने को मिला.
महिला वर्ग का फाइनल पूरी तरह पूर्वी सिंहभूम की दो शीर्ष खिलाड़ियों के नाम रहा. सानिया बनर्जी और अर्चिता डे के बीच हुए इस खिताबी मुकाबले में सानिया ने जबरदस्त लय में खेलते हुए अर्चिता को सीधे सेटों में 4-0 से पराजित किया. स्कोर 11:6, 11:7, 12:10 और 11:7 रहा. सानिया की जीत ने यह साफ कर दिया कि वे राज्य स्तर पर अब एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभर चुकी हैं.
पुरुष वर्ग के फाइनल में रामगढ़ के शिवजी रॉय ने रांची के शत्रुंजय चक्रवर्ती को कोई मौका नहीं दिया और सीधे सेटों में 4-0 से जीत दर्ज की. मैच के स्कोर 11:9, 11:9, 11:5 और 11:3 रहे. शिवजी की आक्रामक सर्विस और फुर्तीली मूवमेंट ने पूरे मैच में प्रतिद्वंद्वी को दबाव में रखा.
प्रतियोगिता के समापन अवसर पर पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया. मुख्य अतिथि के रूप में मेपल के प्रबंध निदेशक विवेक तुलस्यान उपस्थित रहे. उनके साथ टाटा पावर से मिस्टर प्रभाकर और श्री सौमिन्द्र मंडल ने भी खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया. झारखंड स्टेट टेबल टेनिस संघ के माननीय जनरल सेक्रेटरी और टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया के ज्वाइंट सेक्रेटरी समरजीत सिंह ने भी मंच की शोभा बढ़ाई. सभी अतिथियों ने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं.
यह चैंपियनशिप सिर्फ एक खेल प्रतियोगिता नहीं थी बल्कि युवा खिलाड़ियों के आत्मविश्वास और अनुशासन की परीक्षा भी थी. पूर्वी सिंहभूम की लगातार सफलता यह दर्शाती है कि राज्य के इस हिस्से में टेबल टेनिस के प्रति जागरूकता और प्रशिक्षण व्यवस्था बेहतर हो रही है. वहीं गढ़वा जैसे जिलों से खिलाड़ियों का उभरना यह साबित करता है कि अब छोटे शहरों और कस्बों में भी खेल संस्कृति मजबूत हो रही है. अगर खिलाड़ियों को उचित संसाधन और नियमित प्रतियोगिताओं का अवसर मिले तो झारखंड आने वाले वर्षों में राष्ट्रीय स्तर पर टेबल टेनिस का मजबूत केंद्र बन सकता है.