Hazaribagh Crime News: हजारीबाग जिले के बड़कागांव क्षेत्र में कोयला कंपनियों को निशाना बनाने वाले अपराधियों पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है. प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआई के नाम से रंगदारी वसूलने और धमकियां देने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. यह कार्रवाई बड़कागांव अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पवन कुमार की अगुवाई में हुई.
गिरफ्तार आरोपियों में प्रदीप कुमार और विनय कुमार शामिल हैं. दोनों पर एनटीपीसी बीजीआर और सीसीएल जैसी कोयला खनन कंपनियों के महाप्रबंधकों को फोन और मैसेज से धमकी देने का इल्जाम है. पुलिस ने उनके पास से पीएलएफआई के बारह पर्चे एक हस्तलिखित पोस्टर तीन मोबाइल फोन एक राउटर और एक मोटरसाइकिल बरामद की है. घटना की शुरुआत सोमवार को हुई जब पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली कि केरेडारी थाना क्षेत्र के पचड़ा जंगल में कुछ संदिग्ध घूम रहे हैं. सूचना पर तुरंत टीम गठित की गई और जंगल में छापेमारी की गई. पुलिस को देखते ही तीन लोग भागने लगे. घेराबंदी कर दो को पकड़ लिया गया जबकि एक अंधेरे में फरार हो गया. पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि उन्होंने कोयला कंपनियों के अधिकारियों को लेवी के लिए बारबार धमकियां दीं. सितंबर में पगार थाना क्षेत्र में भी उन्होंने धमकी भरे पर्चे चिपकाए थे. दोनों का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी सामने आया है जिसमें विभिन्न थानों में मामले दर्ज हैं. पुलिस अब फरार आरोपी की तलाश कर रही है.
यह गिरफ्तारी कोयला क्षेत्र में सक्रिय अपराधी गिरोहों पर लगाम लगाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. पीएलएफआई जैसे नाम का दुरुपयोग कर रंगदारी मांगना कंपनियों की सुरक्षा और कामकाज पर असर डालता है. पुलिस की त्वरित कार्रवाई से इलाके में डर का माहौल कम हो सकता है लेकिन फरार आरोपी की गिरफ्तारी जरूरी है ताकि पूरा नेटवर्क उजागर हो.