Giridih: मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सिहोडीह चौधरी मुहल्ला में मंगलवार की रात एक घटना घटी। जहां एक नवविवाहिता सुलेखा कुमारी ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। जानकारी के अनुसार सुलेखा की शादी मात्र एक माह पूर्व पटना लखीसराय निवासी प्रल्हाद तिवारी से कोर्ट मैरिज के जरिए हुई थी। यह विवाह प्रेम था।
आत्महत्या का कारण
सूत्रों के अनुसार घटना के समय सुलेखा अपनी मां मुन्नी देवी के साथ घर में सो रही थी। इसी दौरान उसके पति का फोन आया। जिसके बाद दोनों के बीच बातचीत के दौरान किसी बात को लेकर विवाद हो गया। कुछ देर बाद सुलेखा कमरे से बाहर निकली और मां से कहा, “दो मिनट में आती हूं।” लेकिन वह लौटकर कभी नहीं आई।
सुलेखा फंदे से झूलती मिली
थोड़ी देर बाद उसने दूसरे कमरे में जाकर अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। इसी बीच उसके पति ने घर में रह रहे किरायेदार को फोन कर बताया कि “जल्दी देखिए, सुलेखा फांसी लगाने की कोशिश कर रही है।” जब दरवाजा नहीं खुला तो किरायेदार ने दुछत्ती के सहारे अंदर प्रवेश किया। तब तक सुलेखा फंदे से झूल चुकी थी।
सुलेखा का परिवार
परिजन उसे आनन-फानन में गिरिडीह सदर अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सुलेखा के पिता का निधन दस वर्ष पूर्व ही हो चुका था। वह गिरिडीह के एक निजी अस्पताल में नर्स का काम करती थी और अपनी मां तथा छोटे भाई का भरण-पोषण करती थी।
पुलिस की जांच
बेटी की असमय मौत होने से मां मुन्नी देवी सहित पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पूरे मुहल्ले में मातम पसरा हुआ है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच में जुट गई है।