झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के पार्थिव शरीर का शनिवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सड़क मार्ग से उनका पार्थिव शरीर दोपहर बाद जमशेदपुर लाया गया, जहाँ साकची स्थित झामुमो संपर्क कार्यालय में कई दिग्गज नेताओं और समर्थकों ने नम आँखों से श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान पूरा शहर उन्हें श्रद्धांजलि देने उमड़ पड़ा।
उधर, स्व. सोरेन का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके घोड़ाबांधा आवास लाया गया, परिवार के लोगों का सब्र टूट गया और वे दहाड़ मारकर विलाप करने लगे। श्रद्धांजलि देने वालों में मुख्य रूप से झारखंड सरकार के मंत्री डॉ. इरफान अंसारी, दीपिका पांडे, दीपक बिरुआ, विधायक समीर कुमार मोहंती, संजीव सरदार, भाजपा नेता रमेश हांसदा आदि मौजूद रहे।
पारंपरिक रीति-रिवाजों के संपन्न होने के बाद शव यात्रा निकाली गई। शव यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए। उनके पैतृक भूमि पर अंतिम संस्कार संपन्न हुआ, जहाँ बड़े पुत्र ने मुखाग्नि दी। इस दौरान पूरा शहर "रामदास सोरेन अमर रहें" और "रामदास सोरेन ज़िंदाबाद" के नारों से गूंज उठा।
मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन और मंत्री रामदास सोरेन के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए इसे राज्य के लिए अपूरणीय क्षति बताया। उन्होंने कहा—“ऐसा लगता है मानो झारखंड को किसी की नज़र लग गई हो।”
वहीं, मंत्री दीपिका पांडे, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्ला खान और बहरागोड़ा के विधायक समीर कुमार मोहंती ने भी अपनी संवेदना प्रकट की और दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की।