Jamshedpur: कपाली
थाना क्षेत्र के डेमडुबी इलाके में बुधवार को एक दुखद हादसे ने पूरे मोहल्ले को
गमगीन कर दिया। गैलेक्सी पब्लिक स्कूल का चार वर्षीय छात्र उस्मान गनी खुले
सेप्टिक टैंक में गिरने से जीवन की जंग हार गया।
परिजनों ने बताया कि बच्चा अपनी दादी
के घर गया था। वहां किसी को न पाकर वह अकेले घर लौट रहा था। इसी दौरान घर के पास
निर्माणाधीन स्थल पर खुले पड़े सेप्टिक टैंक में उसका पैर फिसल गया और वह सीधे
टैंक में जा गिरा। टैंक में बारिश का पानी भरा हुआ था, जिसमें बच्चा डूब गया।
करीब आधे घंटे तक किसीको घटना की जानकारी नहीं मिली। बाद में परिजनों
और स्थानीय लोगों ने खोजबीन शुरू की। कड़ी मशक्कत के बाद बच्चे को टैंक से बाहर
निकालकर टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) ले जाया गया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर
दिया। मौत की खबर फैलते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और पूरे इलाके में
मातमी सन्नाटा छा गया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह
सेप्टिक टैंक पिछले छह महीने से बिना ढका पड़ा था। ठेकेदार और निर्माण कार्य से
जुड़े जिम्मेदार लोगों ने इसे ढकने की कोई व्यवस्था नहीं की थी। इस लापरवाही के
कारण यह हादसा हुआ। लोग प्रशासन और ठेकेदार पर गुस्सा जताते हुए कह रहे हैं कि एक
मासूम की जान की कीमत इस लापरवाही से चुकाई गई।
हादसे के बाद मोहल्ले में आक्रोश
देखा गया। लोग मांग कर रहे हैं कि इलाके में खुले पड़े सभी सेप्टिक टैंक और गड्ढों
को तुरंत ढका जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएँ न हों। साथ ही दोषियों के
खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी अपील की गई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना
सुरक्षा इंतजामों की पोल खोलती है। यदि समय रहते लापरवाही पर रोक लगाई जाती,
तो मासूम की जान बच सकती थी। अब मोहल्ले की जनता
चाहती है कि प्रशासन इस घटना को सबक मानते हुए भविष्य में ठोस कदम उठाए और बच्चों
की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
यह हादसा एक बार फिर यह याद दिलाता
है कि निर्माण स्थलों और खुले सेप्टिक टैंकों की सुरक्षा को गंभीरता से लिया जाना
चाहिए। प्रशासन, ठेकेदार और स्थानीय समुदाय को मिलकर
ऐसी घटनाओं से बच्चों की जान बचाने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी होगी।