• 2025-08-31

Karam Mahotsav Gopal Maidan: जमशेदपुर में सजी करम महोत्सव की महफिल, उमड़ी भीड़, विधायक जयराम महतो व सांसद विद्युत वरण महतो रहे शामिल

Jamshedpur: जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित गोपाल मैदान में रविवार शाम करम महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। पूरे मैदान में जनसैलाब उमड़ा रहा। इस अवसर पर डुमरी विधायक जयराम महतो और जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो विशेष रूप से उपस्थित रहे। दोनों जनप्रतिनिधियों का अंगवस्त्र ओढ़ाकर स्वागत और अभिनंदन किया गया।

कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए विधायक जयराम महतो ने करम महोत्सव की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि करम पर्व केवल धार्मिक या सांस्कृतिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह मां और बच्चे के अटूट रिश्ते का प्रतीक है। उन्होंने यह भी कहा कि जब एक औरत प्रेग्नेंट होती है तो वह अपने माइके जाती हैं, क्योंकि वहां पर वह अपना पूरा बचपन 18 20 साल गुजारी रहती है, जिससे वहां के लोग उसको अच्छे से समझ सकते हैं उसकी तकलीफ को अच्छे से जान सकते हैं। और उन्होंने यह भी बताया कि यह पाव 5 दिन 7 दिन 6 दिन भी मनाया जाता है।


विधायक ने अपने संबोधन में बिहार से झारखंड अलग होने के कारणों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि झारखंड की अपनी एक विशिष्ट संस्कृति, परंपरा और जीवन शैली है, जो बिहार से बिल्कुल अलग है। यही सांस्कृतिक भिन्नता अलग राज्य की मांग का प्रमुख कारण है कि झारखंड को अलग कर अपनी पहचान दिया गया। उन्होंने कहा कि झारखंड की धरती आदिवासी, मूलवासी और विभिन्न जनजातीय समूहों की संस्कृति और परंपरा की धरोहर है। यहां के त्योहार, नृत्य, गीत और जीवन जीने का तरीका बिहार से भिन्न रहा है।

उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपनी संस्कृति और परंपरा को सहेज कर रखें। यही हमारी असली पहचान है। विधायक ने यह भी कहा कि मैं विधायक नहीं विचारक हूं जो अपने विचार प्रस्तुति कर रहे हु। अंततः उन्होंने सभी को धन्यवाद करम जोहार बोलके संबोधित किया उन्होंने विद्युत वरण महतो, उपस्थित सभी लोगों को कुर्मी भाई बंधुओं को, पुलिसकर्मी मीडिया कर्मी सभी को उन्होंने करम जोहार बोलकर संबोधित किया।

इस अवसर पर जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने भी लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि करम पर्व हमें अपनी संस्कृति और मातृभूमि से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है। इस पर्व के जरिए समाज में भाईचारे और एकजुटता का संदेश फैलता है।

करम महोत्सव के मौके पर गोपाल मैदान का नजारा एक अनोखा दृश्य दिखा रहा था। चारों ओर पारंपरिक नृत्य, गीत और ढोल नगाड़ों की गूंज से पूरा माहौल उत्सवमय हो गया। विधायक जयराम महतो सांसद विद्युत वरण महतो ने ढोल बजाके इस पर्व को और यादगार बना दिया महिलाओं और युवाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में करम गीत प्रस्तुत किए। बच्चे भी इस पर्व की खुशियों में शामिल होते दिखे। सभी ने पूरे उल्लास और श्रद्धा के साथ करम देवता की पूजा-अर्चना की।

वहां का नजारा बता रहा था कि ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रम समाज को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इससे नई पीढ़ी भी अपनी संस्कृति से परिचित होती है और उन्हें इसे संजोने की प्रेरणा मिलती है। गोपाल मैदान में आयोजित करम महोत्सव केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बन गया। विधायक जयराम महतो और सांसद विद्युत वरण महतो की उपस्थिति ने इस कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ा दिया। उनके संदेशों ने लोगों को अपनी संस्कृति से जुड़े रहने और समाज में एकता बनाए रखने की प्रेरणा दी।