Dumka News: झारखंड के दुमका में चोरी का एक ऐसा मामला सामने आया है, जो बेरोजगारी और लाचारी की तस्वीर पेश करता है. दुमका के नगर थाना पुलिस ने स्टेशन रोड के रसिकपुर इलाके में एक लॉज से मोबाइल चोरी के आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उसके पास से 20 चोरी के मोबाइल, एक अन्य मोबाइल, कई मोबाइल चार्जर और एक लैपटॉप बरामद किया है. बरामद सामान की कीमत चार लाख रुपये से अधिक बताई जा रही है. गिरफ्तार युवक का नाम विवेक कुमार साह है, जो बिहार के बांका जिले के बाराहाट थाना क्षेत्र के लबोरदार गांव का निवासी है.
नगर थाना प्रभारी जगन्नाथ धान ने बताया कि पिछले पांच महीनों से शहर और ट्रेनों में मोबाइल चोरी की शिकायतें मिल रही थीं. एक ट्रेन यात्री ने सूचना दी कि उसका मोबाइल चोरी हो गया है. पुलिस ने चोरी गए मोबाइल के नंबर के आधार पर जांच शुरू की, तो उसका लोकेशन रसिकपुर के स्टेशन रोड पर मिला. पुलिस ने उस स्थान पर पहुंचकर लॉज मालिक से पूछताछ की, जिसने बताया कि उनके लॉज में विवेक नाम का एक लड़का किराए पर रहता है. पुलिस ने उसके कमरे में छापेमारी की, जहां से चोरी के 20 मोबाइल, एक लैपटॉप और कई चार्जर बरामद हुए. जांच में पता चला कि विवेक पढ़ा-लिखा है और दुमका के एक निजी आईटीआई से पढ़ाई पूरी कर सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था. वह ट्रेनों में यात्रियों को निशाना बनाता था और उनके बैग व मोबाइल चुरा लेता था. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

यह घटना सामाजिक और आर्थिक समस्याओं की ओर इशारा करती है, जहां बेरोजगारी और आर्थिक तंगी युवाओं को गलत रास्ते पर ले जा रही है. विवेक जैसे पढ़े-लिखे युवक का चोरी जैसे अपराध में लिप्त होना यह दर्शाता है कि शिक्षा के बावजूद नौकरी के अवसरों की कमी गंभीर चुनौती है. पुलिस की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, जिसने तकनीकी जांच के आधार पर आरोपी को पकड़ा. हालांकि, यह मामला समाज से सवाल उठाता है कि युवाओं को अपराध की ओर धकेलने वाली परिस्थितियों को कैसे रोका जाए. ग्रामीण और छोटे शहरों में रोजगार के अवसर बढ़ाने, शिक्षा को रोजगार से जोड़ने और जागरूकता कार्यक्रमों की जरूरत है, ताकि ऐसी घटनाएं कम हो सकें. यह मामला न केवल कानूनी कार्रवाई का विषय है, बल्कि सामाजिक सुधार की आवश्यकता को भी रेखांकित करता है.