Jamshedpur: जमशेदपुर के मानगो डिमना चौक स्थित एमजीएम अस्पताल में में लंबे के इंतजार के बाद नया इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) लगभग तैयार हो चुका है.शुक्रवार को अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरके मंधान, उपाधीक्षक डॉ. नकुल प्रसाद चौधरी तथा मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. बलराम झा ने नए आईसीयू का गहन निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने जानकारी दी कि शनिवार से 10 बेड वाले इस आईसीयू में मरीजों को भर्ती करना शुरू कर दिया जाएगा।
आईसीयू की क्षमता बढ़ाकर 20 बेड होने की संभावना
अस्पताल प्रशासन ने जानकारी दी कि निकट भविष्य में इस आईसीयू की क्षमता बढ़ाकर 20 बेड कर दी जाएगी, जिससे गंभीर रूप से बीमार मरीजों को समय पर बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। अधीक्षक डॉ. मंधान ने बताया कि प्रारंभिक चरण में आईसीयू को सीपैप और बाइपैप तकनीक से संचालित किया जाएगा, जो सांस लेने में परेशानी झेल रहे मरीजों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगी।
वेंटिलेटर सुविधा भी जल्द शुरू
उन्होंने यह भी बताया कि ऑक्सीजन पाइपलाइन का कार्य अंतिम चरण पर है। इसके पूरे होते ही वेंटिलेटर सुविधा भी शुरू कर दी जाएगी, जिससे आईसीयू और अधिक सक्षम हो जाएगा। आईसीयू के संचालन की जिम्मेदारी मेडिसिन, एनेस्थीसिया और सर्जरी विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सकों को सौंपी गई है, जिनके लिए विस्तृत ड्यूटी रोस्टर तैयार कर लिया गया है।
कब-कब इसीयू की निगरानी में रखा जाएगा
गंभीर सांस संबंधी समस्या, ऑक्सीजन की बढ़ती आवश्यकता, श्वसन विफलता या वेंटिलेशन की जरूरत वाले मरीजों को भी सीधे आईसीयू में भेजा जाएगा। वही पुरानी बीमारियों के अचानक बिगड़ने या ऐसे मामलों में जहां तेजी से स्थिति खराब होने की आशंका हो, उन्हें भी प्राथमिकता दी जाएगी।
सर्जरी के दौरान यदि कोई गंभीर कार्डियोवैस्कुलर या रेस्पिरेटरी जटिलता उत्पन्न होती है, तो मरीज को तुरंत आईसीयू में स्थानांतरित किया जाएगा। इसके अलावा बड़ी थोरैसिक, एब्डॉमिनल या जटिल पेट की सर्जरी के बाद संक्रमण या रक्तस्राव की संभावना होने पर मरीज को आईसीयू में निगरानी में रखा जाएगा।
नए आईसीयू के शुरू होने से बढ़ी उम्मीदें
नए आईसीयू के शुरू होने से एमजीएम अस्पताल में गंभीर मरीजों को अब पहले से कहीं अधिक तेज, सुरक्षित और आधुनिक इलाज मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।